जाहिर है ये ब्लॉग नरेंद्र सिंह नेगी को समर्पित है। वो आवाज जो बीते तीन दशक से पहाड़ के जनमानस पर छायी हुई है, हमारे (मेरे) लिए पूज्य है। नेगी दा ने पहाड़ के बारे में क्या नहीं लिखा,गाया, अब वक्त की बारी है। इस ब्लॉग को नेगी दा नाम देने से पहले हमने नेगी जी से इजाजत नहीं ली, हम ऐसा करने भी नहीं जा रहे हैं, आखिर इश्क पूछ कर कब होता है? तो इस मंच को नेगी जी के ऐसे आशिकों को इजहार_ ए _ इश्क समझा जाए । संजीव कंडवाल
04 जुलाई, 2010
माही बेटा उड़ जा बथौं मा, मजा कर ले ....
जिस वक्त में इन पक्तियों को लिख रहा हूं, ठीक इस वक्त टीम इंडिया के कैप्टन महेंद्र सिंह साक्षी रावत के साथ विवाह सूत्र में बंध रहे हैं. माही और साक्षी दोनों मूल रूप से उत्तराखंड से हैं, दोनों की शादी दून में हो रही है. इसलिए इस वक्त पहाड़ी सेंटिमेंट कुछ ज्यादा ही हावी है. वैसे माही खुद को कितना पहाड़ी मानते हैं. इस बावत उन्होंने कभी कुछ नहीं कहा फिर हम दिल इस वक्त मान कर चला है कि अपना कोई भुला शादी कर रहा है. चूंकि धौनी सेलीब्रिटी हैं, इसलिए अच्छा लगा रहा है कि अपना भुला देश भर में छाया हुआ है. मैं कुछ देर पहले ही धौनी के विवाह स्थल विश्रांति रिसार्ट से लौटा हूं. मेरे न्यूज रूम में सिर्फ और सिर्फ धौनी की चर्चा है, इधर टीवी पर भी सिर्फ धौनी छाया हुआ है. इंडिया टीवी को गजब कर रहा है. भाई लोग स्टूडियो में ही कुमाऊंनी शादी करवा रहा है, महिलाएं अगोड़ा पहन कर स्वाल तल रही हैं. स्टूडियो में छोलिया नृत्य हो रहा है तो बैकग्राउंड में बेडू पाको गूंज रहा है. कुल मिलाकर जय उत्तराखंड वाला जोश आ रहा है जी. इधर दिल्ली में एनबीटी न्यूज रूम में राकेश परमार भी इसी तरह खुश हो रहा है तो फरीदाबाद में मेरे भैजी भी इतने खुश है कि बार बार फोन कर मेरे से अपडेट ले रहे हैं. मुझे बैकग्राउंड में गीत बजता हुआ सुनाई दे रहा है माही बेटा उड़जा बथौं मा, मजा कर ले तिमला बथौं मां. बल तेरी मांगण हो ग्याई ........